वैष्णो देवी धाम: 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र की शुरुवात हो रही है। नवरात्र के नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी। इस बीच सभी देवी मंदिरों और तीर्थस्थलों में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने वाली है। जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था के साथ कई अन्य जरूरी तैयारियां की गईं हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi) के धाम में एक बड़ा आदेश जारी हुआ है। जारी आदेश श्रद्धालुओं के पहनावे को लेकर है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SHRI MATA VAISHNO DEVI SHRINE BOARD) की तरफ से श्रद्धालुओं को शालीन वस्त्र ही पहनकर आने का आदेश दिया गया है। वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया है। जिसके मुताबिक, धाम में आने और माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए शालीन वस्त्र पहनना श्रद्धालुओं के लिए अनिवार्य होगा। वह छोटे कपड़े, निक्कर, कैप्री, टी-शर्ट और फटे जीन्स में दर्शन नहीं कर सकेंगे।
धाम में जागरुकता के लिए बोर्ड लगाए गए
पहनावे को लेकर वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने धाम के अंदर जागरुकत बोर्ड भी लगाए हैं। जिनमें यह सूचना दी जा रही है श्रद्धालुओं को क्या पहनकर आना है और क्या नहीं। श्राइन बोर्ड प्रशासन ने अपने आदेश साफ कहा है कि अगर श्रद्धालु आदेश की पालना नहीं करते हैं तो फिर उन्हें दर्शन करने की अनुमति विशेष रूप से नहीं दी जाएगी और न ही ऐसे श्रद्धालुओं को माता की दिव्य अटका आरती में शामिल किया जाएगा।
जगन्नाथ मंदिर में जारी हुआ है ड्रेस कोड
माता वैष्णो देवी धाम से पहले उड़ीशा के जगन्नाथ मंदिर में भी ड्रेस कोड जारी किया गया है। कहा जा रहा है कि, 1 जनवरी से ड्रेस कोड लागू कर दिया जाएगा। ड्रेस कोड के मुताबिक, फटे जीन्स, स्कर्ट और स्लीवलेस कपड़े में एंट्री नहीं मिलेगी। मंदिर प्रबंधन का कहना है कि, असभ्य कपड़ों से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होती है।