चंडीगढ़। पंजाब की एक अदालत ने मंगलवार को राज्य के पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा नेता मनप्रीत बादल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। वो बठिंडा में एक संपत्ति की खरीद में अनियमितताओं के आरोप का सामना कर रहे हैं। बठिंडा की अदालत ने मनप्रीत बादल के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया, जो इस साल जनवरी में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
सोमवार को विजिलेंस ब्यूरो ने मनप्रीत बादल और चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मामले में पहले ही तीन आरोपी — राजीव कुमार, अमनदीप सिंह और विकास अरोड़ा गिरफ्तार हो चुके हैं। ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने कहा कि मामला पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला की शिकायत पर दर्ज किया गया था।
उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पाया गया कि मनप्रीत बादल ने 2018 से 2021 तक पंजाब के वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान बठिंडा में 1,560 वर्ग गज के दो भूखंड खरीदने के लिए अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल किया, जिससे राज्य के खजाने को लाखों रुपये का नुकसान हुआ।