Chandigarh
पंजाबी विरसा व संस्कृति के संरक्षण में जुटी हुई पंजाब की जानी-मानी गायिका सुखी बराड़ ने महिलाओं के उत्थान को लेकर एक गीत तैयार किया है जिसमें औरत के अधिकारों की पीड़ा को बयां किया गया है इस गीत को लेकर उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा गठबंधन कमेटी के प्रधान व पंजाब के मुख्यमंत्री को एक ईमेल करके भी मांग की है कि औरतों को भी श्री हरिमन्दिर साहिब में कीर्तन करने की व गुरबाणी पढ़ने की इजाजत दी जाए उनका कहना है कि श्री गुरु ग्रन्थ साहिब सहित सिख धर्म के किसी भी ग्रंथ में ऐसा कोई जिक्र नहीं है की औरतें श्री हरिमंदिर साहिब में कीर्तन या गुरबाणी का पाठ नहीं कर सकती । तो औरतों को उनके इस मूल अधिकार से वंचित क्यों रखा गया है , सुखी बर का कहना है कि समय-समय पर ऐसी मांग उठती रही है और बड़े बादल साहब को उन्होंने खुद भी यह मांग की थी , और एक बार तो हरसिमरत बदलने इसकी अनाउंसमेंट भी कर दी थी लेकिन महिलाओं को उनके मूल अधिकार से वंचित रखा गया है सच्चाई यही है।